Poetry Contest 3.0
Entry No. 2 : कृष्ण लिला
पहन कर ” पीला ” पीताम्बर आज नाचेकृष्ण कन्हैया।चारों और गोपियों संग जुमे नटखट कन्हैया सजाके गले मेे “पीले ” फूलों की मालाभक्तो का हे अमृत का प्याला देवकी यशोदा है जिनकी मैयाऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया। मोर मुकुट सर पर है धारी,ये है मोहन गिरिधारि। गोकुल का है सबसे Read more…